बॉलीवुड के खलनायक की भूमिका निभाने वाले अमरीश पूरी को कौन भूल सकता है. उन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से वो इमेज बनाई है जोकि हर किसी के बस में नही है. उनकी आवाज के लोग आज भी दीवाने है. हालंकि आज वे हम लोगो के बीच नही रहे लेकिन उनकी फिल्मे देखना आज भी लोग पसंद करते है.
अमरीश पूरी ने कई सारी फिल्मो में काम किया है जिसमे उन्होंने हर एक किरदार को निभाया है लेकिन उनके विलेन के रोल को लोगो ने सबसे ज्यादा पसंद किया है. अमरीश पूरी 12 जनवरी 2005 को दुनिया को अलविदा कह गये. उनकी मौत कैंसर से हुई थी वे काफी सालो से ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे और आखिर में कैंसर ने उनकी जान ले ली.
90 के दशक में अमरीश पूरी सबसे बड़े विलेन हुआ करते थे और उनकी फिल्मो को लोग देखना कभी नही छोड़ते थे. हीरो से ज्यादा फिल्म में उनकी चर्चा लोग करते थे. अमरीश पूरी का परिवार कहाँ है इसके बारे में कोई बात नही करता है. उनके पोते वर्धन हाल ही में सामने आये है जब उन्होंने एक इन्टरव्यू में अमरीश पूरी को याद किया. अमरीश पूरी के पोते वर्धन इस समय बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने में लगे हुए है और उन्हें कोई काम नही मिल रहा है. ऐसे में उन्होंने अमरीश पूरी को याद किया है.
दादाजी जिन्दा होते तो शायद मुझे काम मिलता
वर्धन ने कहा कि अब बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाना काफी मुश्किल हो गया है और अगर मेरे दादा जी जीवित होते तो वे फिल्म निर्माताओं से मेरे लिए जरुर बात करते. जिससे कि मुझे खुद को साबित करने का एक मौका इंडस्ट्री में मिल जाता. लेकिन अफ़सोस वे आज जीवित नही है. आपको बता दें कि अमरीश पूरी की मौत के समय वर्धन काफी छोटे थे इसलिए वे उनके साथ कुछ ज्यादा समय नही बिता पाए है.
वर्धन 2019 में आई फिल्म ये साली आशिकी में नजर आये थे ये उनकी पहली डेब्यू फिल्म थी. जोकि कुछ ख़ास हिट नही रही थी. इसके बाद वर्धन ने बताया कि वे अपने दादा अमरीश पूरी की बायोपिक बनाना चाहते है और इस बारे में उन्होंने पुरे परिवार से बात भी कर ली है.
उनका पूरा परिवार इस बात को सुनकर काफी खुश हुआ और उन्होंने कहा जरुर आपको अमरीश पूरी की बायोपिक बनानी चाहिए. हालंकि इस फिल्म की अभी प्लानिंग चल रही है फिल्म का काम कब शुरू होगा इसके बारे में कोई जानकारी नही मिली है.
अमरीश पूरी के साथ बैठकर फिल्मे देखते थे वर्धन
वर्धन ने बताया कि वे उन दिनों को एक बार फिर से जीना चाहते है जब दादा जी के साथ बैठकर घंटो चैम्पियन की फिल्मे देखता था. उन्होंने कहा कि हम दोनों नाश्ता भी साथ करते थे और ब्रेक के दौरान एक दसूरे से सभी लोग बात करते थे.
उन्होंने बताया कि अमरीश पूरी जब जिन्दा थे तो हमने खूब इंजॉय किया था मेरा सारा वक्त दादा जी के साथ गुजरता था. दादा जब भी शूटिंग करके घर आते वे सबसे पहले मुझे गले लगाते थे. उनके जाने के बाद मैं बिलकुल अकेला हो गया हूँ और आज उन्हें बहुत मिस करता हूँ.