दोस्तों कई बार हमे इस तरह की खबरे सुनने में मिलती है कि सरकारी स्कूल के टीचर बच्चो को पढाते नही है वे केवल अपनी तनखाह के लिए स्कूल जाते है और पूरा दिन बिताकर रात को अपने घर सो जाते है. ऐसा ही एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
ये विडियो राजस्थान के ईमानदार IAS ऑफिसर डॉक्टर समित शर्मा ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. जोकि काफी तेजी से वायरल हो रहा है. विडियो में टीचरों की हरकते देखकर लोग गुस्सा हो रहे है. दरअसल IAS अधिकारी समित अचानक से बिना किसी को बताये सरकारी स्कूल का निरिक्षण करने पहुँच गये.
लेकिन वहां का जो उन्होंने नजारा देखा वह शर्मसार करने वाला तो था ही साथ ही उसे देखकर समित को काफी गुस्सा भी आया. उन्होंने देखा स्कुल में टीचर बच्चो को पढाने की जगह धुप का मजा लेते हुए गप्पे मार रहे है. इनमे से कुछ अपने मोबाइल में लगी हुई थी.
सबसे बड़ी हैरानी की बात तो ये है कि इन टीचर्स की सैलरी 89 हजार रूपये है. ये स्कुल राजस्थान का है जहाँ IAS डॉक्टर समित शर्मा जोधपुर के सम्भागीय आयुक्त के पद पर तैनात है. वे अपने साथ आयुक्त अरुण पुरोहित के साथ जोधपुर से जालौर रवाना हुए. लेकिन इस बीच वे सुबह 8 बजकर 25 मिनट पर रास्ते में पाली के जिले रोहट इलाके में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सिणगारी में औचक निरिक्षण करने पहुँच गये.
आधा स्टाफ स्कूल से गायब
जब डॉक्टर समित स्कूल में दाखिल हुए तो उन्होंने देखा वहां कुल 16 अध्यापको का स्टाफ था जिसमे से केवल 5 अध्यापक ही वहां मौजूद थे अन्य 6 छुट्टी पर थे. ये 5 अध्यापक भी क्लास में बच्चो को पढाने की बजाय धुप सेकते हुए गप्पे लड़ा रहे थे.
IAS अधिकारी ने स्कूल का ये हाल देखकर नाराजगी जताई और संस्था प्रधाना ज्योति गोस्वामी को इस मामले में फटकार भी लगाई है. इसके साथ ही उन्होंने स्कूल का उपस्थिति रजिस्टर भी जब्त कर लिया और उसे अपने साथ ले गये.
लापरवाह शिक्षको के खिलाफ शुरू की कार्यवाही
जैसे ही स्कूल में IAS अधिकारी समित को टीचर ने देखा तो प्रधानाचार्य ज्योति ने तुरंत खाली पड़े रजिस्टर के कॉलम भरना शुरू कर दिया था. जिसके बाद जोधपुर सम्भागीय आयुक्त IAS डॉक्टर समित ने पाली जिला कलेक्टर को पाली प्रधानाचार्य ज्योति गोस्वामी व् जिला शिक्षा अधिकारी पाली को 17 CCA के अंतर्गत चार्जशीट जारी करने के आदेश दे डाले.
IAS अधिकारी ने टीचर्स की विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर की है. जिसमे वे लोगो को दिखा रहे है बच्चो को पढाने की बजाय ये टीचर धुप सेकने के लिए 89 हजार रूपये लेते है. ये शिक्षक न केवल बच्चो के साथ धोखा कर रहे है बल्कि देश के साथ भी खिलवाड़ कर रहे है. इनकी वजह से बच्चो का भविष्य खराब हो रहा है. सच्चाई जानने के बाद लोग IAS अधिकारी के काम की प्रशंसा कर रहे है और टीचर को जॉब से निकालने व् उन्हें सजा देने की मांग कर रहे है.