दोस्तों पुलिस वालो को लेकर हमारे मन में अलग अलग तरह के विचार आते है. अधिकतर लोगो को पुलिस वाले अच्छे नही लगते है क्योंकि कुछ पुलिस वालो की शर्मनाक हरकतों की वजह से लोगो का सभी पर से विशवास उठ जाता है.
लेकिन हाथ की पांच उँगलियाँ बराबर नही होती है ठीक ऐसे ही सभी पुलिस वाले एक जैसे नही होते है. कई बार ये लोग ऐसे काम कर जाते है जो हमने कभी सोचा नही होता है. ऐसा ही कुछ नेक काम उतराखंड पुलिस ने किया है जिसकी लोग तारीफ करते थक नही रहे है.
उतराखंड पुलिस की दरियादिली देखकर लोग काफी ज्यादा इमोशनल हुए और उनके काम की सरहाना कर रहे है. अबतक हम केवल पुलिस वालो की क्रूरता और उनकी मारपीट या फिर पैसे मांगने वाले विडियो और खबरे सुनते ही आ रहे है थे लेकिन उतराखंड पुलिस के इस काम ने लोगो का नजरिया बदलकर रख दिया है. उन्होंने एक परिवार की मदद कर लोगो का दिल जीत लिया है. उतराखंड पुलिस की तरफ से एक तस्वीर शेयर की गयी है जिसने लोगो का दिल जीतकर रख लिया है.
मध्य[प्रदेश से एक परिवार 4 धाम की यात्रा के लिए निकला था. परिवार में पति पत्नी और उनके २ छोटे बच्चे शामिल थे लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इनके पास पैसे खत्म हो गये. इसके बाद परिवार को एक पुलिस अधिकारी ने जखोली थाने के पास पैदल चलते हुए देखा तो उससे रहा नही गया.
जखोली प[पुलिस चौकी के थाना प्रभारी ललित भट्ट ने देखा रास्ते पर एक परिवार पैदल चल रहा है और वे काफी परेशान भी दिखाई दे रहे है. ललित ने फौरन उनके पास जाकर पूछताछ की. जब उन्हें परिवार की हालत के बारे में पता चला तो उनका मन भर आया और उन्होंने पुरे परिवार को गाड़ी में बिठाकर अपने साथ चिरबटिया छोड़ दिया. वहां पहुंचकर सबसे पहले ललित भट्ट ने परिवार को खाना खिलाया और उनके आगे यात्रा पूरी करने का पूरा खर्चा भी उठाया है.
इसके बाद परिवार वहां से चारो धाम के लिए रवाना हुआ. पुलिस अधिकारी का ये नेक काम देखकर लोग उनकी जमकर तारीफ कर रहे है. उतराखंड पुलिस की तरफ से ट्विटर पर परिवार की एक फोटो शेयर की गयी है जिसमे वे बैठकर खाना खा रहे है. इस फोटो की कैप्शन में लिखा है – मध्यप्रदेश से चारधाम यात्रा पर आये एक श्रद्धालु पैसे खत्म हो जाने के कारण अपने बच्चो के साथ मयाली के पास पैदल जा रहे थे ! चौकी प्रभारी जखोली ललित भट्ट ने उन्हें अपने सरकारी वाहन से चिरबिटिया तक छोड़ा ! वहां होटल में खाना खिलाया और कुछ पैसे देते हुए ऋषिकेश के लिए वाहन में बिठाया !