टाटा ने भारत में ही सेट टॉप बॉक्स मैन्युफैक्चरर करने की घोषणा कर दी है और टाटा से पहले डिश टीवी भी ऑलरेडी अपने सभी सेट टॉप बॉक्स भारत में स्थित मैन्युफैक्चरर से सोर्स कर रही है। अभी तक इंपोर्टेड सेट टॉप बॉक्स रिपेयर सर्विसेज दे रही टाटा ने इंडीजीनस सेट टॉप बॉक्स भारतीय मैनुफक्चरर रिस्टोर करना शुरू कर दिया है।
अभी तक इंपोर्टेड सेट टॉप बॉक्स रिपेयर सर्विसेज दे रही टाटा ने इंडीजीनस सेट टॉप बॉक्स भारतीय मैनुफक्चरर रिस्टोर करना शुरू कर दिया है। टाटा के लिए इन सेट टॉप बॉक्स को चेन्नई में मैन्युफैक्चर किया जा रहा है और इन सेट टॉप बॉक्स इसको भारत मैन्युफैक्चरर कर रही है टेक्निकल कनेक्टेड होम और ये कंपनी इन सेटअप बॉक्स का प्रोडक्ट flextronics की पार्टनरशिप में कर रही है। आपको बता दें कि टाटा की सेट टॉपबॉक्स के प्रोडक्शन की खबर मीडिया में काफी देरी से निकल कर आई है क्योंकि इन devices का प्रोडक्शन जून 2021 से ही शुरू किया जा चुका था। अभी बाकी कोई इनफॉरमेशन अवेलेबल नहीं है कि टाटा पहले से सेट टॉप बॉक्स को नए कनेक्शन के साथ देना शुरू कर चुकी है या नहीं, पर भारत में बनी सेट टॉप बॉक्स को न केवल लैब कंडीशन में टेस्ट किया जा चुका है बल्कि इन्वॉयरन्मेंट में अलग-अलग टेंपरेचर, पर इन सेटटॉप बॉक्स की जाँच की जा चुकी हे पहले स्मार्ट फ़ोन और सेमीकंडक्टर और अब सेट टॉप बॉक्स की मैन्युफैक्चरिंग की खबरों से टाटा स्कॉलर डी प्रूफ कर चुकी है कि आने वाले सालों में chines कंपनी के अलावा ताईवान और फॉरेन कंपनी से कंपटीशन में एक बड़ा नाम सामने आने वाला है।
हालाँकि अभी टाटा इन सेट टॉप बॉक्स मैन्युफैक्चरर ना करके कॉन्ट्रैक्ट बेस पर कंपनियों से इनकी प्रोडक्शन बड़वा रही है पर इस बात की कई गुना पॉसिबिलिटी हे की स्मार्टफोन के लिए लगाई जा रही प्रोडक्शन यूनिट में टाटा इन हाउस इस प्रोडक्शन स्टार्ट कर दे । दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की टाटा द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में कूदा जाना इसलिए भी जरूरी हो गया था क्योंकि टाटा खुद सेमीकंडक्टर की शार्ट सप्लाई की वजह से नुक्सान चल रही है क्योंकि ताइवान और कोरिया में कोविड-19 की वजह से लिमिटेड प्रोडक्शन हो रहा है और चीनी suplier भारतीय इंडस्ट्री को दबाने के लिए जानबूझकर या तो सेमीकंडक्टर की सप्लाई में रोक लगा रहे हैं या फिर इलेक्ट्रॉनिक के दाम बढ़ाकर भारतीय मैन्युफैक्चरर से ज्यादा पैसा वसूल कर रहे हैं।
कुछ महीनों पहले भारतीय सरकार ने सेमीकंडक्टर कि भारत में मैन्यूफैक्चरिंग के लिए एक कैश सिंडरीप की घोषणा की थी और उसके लिए कुछ बड़े चिप मैन्युफैक्चर उसने अपना एड्रेस भी दिखाया था। उसी से जुड़ी हुई आज की सबसे बड़ी खबर निकल कर आ रही है। सेमीकंडक्टर कि भारत में मैन्यूफैक्चरिंग को स्टार्ट करने के लिए भारतीय सरकार रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल यानी की rfp जल्दी निकालने वाली है। डिपो नोटिफिकेशन की वजह से भारतीय सरकार यह आकलन करना चाहती है कि चिप्स वैब्रिकेशन यूनिट के लिए कितना इंसेंटिव दिया जा सकता है।
वैसे भारतीय सरकार सेमीकंडक्टर के प्रोडक्शन के लिए एक बिलियन डॉलर देने की घोषणा कर चुकी है। लेकिन अगर ज्यादा कंपनी भारत में अपनी फैब यूनिट सेट अप करने की इच्छा जाहिर करती है तो इसे बढ़ाकर पांच बिलियन डॉलर तक किया जा सकता है। एक बिलियन डॉलर की सब्सिडी के लिए पिछली बार कुल 20 कंपनी ने अपना इंट्रेस्ट दिखाया था और इन्हीं कंपनी को फॉर्मली आगे लाने के लिए ही यह rfp निकाली जाएगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले 2 से 3 सालों में सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग भारत में स्टार्ट कर दी जाएगी। यह दोनों खबरें अगर आप को खुश करने के लिए काफी है तो कमेंट सेक्शन में जय हिंद जरूर लिखेगा और हमारी पोस्ट को लाइक जरूर कीजियेगा। धन्यवाद जय हिंद