दोस्तों बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना ने अपने करियर में एक बढकर एक फिल्मो में काम किया है और वे आज एक बेहतरीन एक्ट्रेस के रूप में जानी जाती है. करीना कपूर की जब से शादी हुई है वे काफी ज्यादा बदल गयी है लोग उन्हें कम पसंद करने लगे है और हर वक्त उन्हें ट्रोल किया जाता है.
कुछ समय पहले सीता फिल्म में सीता का रोल करीना कपूर को ऑफ़र किया गया था. करीना ने सीता के रोल के लिए 12 करोड़ रूपये मांगे थे जबकि वे एक नोर्मल फिल्म में 8 करोड़ रूपये फीस लेती है. करीना की मांग को देखकर लोगो ने सोशल मिडिया पर उनके खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया.
हर कोई करीना को सीता के रोल में नही देखना चाहता था. उनकी जगह लोगो ने मेकर्स को कंगना और यामी गौतम के नाम दिए थे. मेकर्स भी लोगो का करीना के प्रति विरोध देखकर हैरान रह गये थे और आखिर में उन्होंने करीना को इस फिल्म से बाहर करना ही सही समझा. वहीँ करीना कपूर को लेकर लोगो ने ट्रोल करते हुए कहा – और कोई अच्छी हिरोइन नही मिली क्या ?
करीना पर लोगो ने किये जमकर कमेन्ट
कुछ यूजर्स ने लिखा है – इसकी अदाकारी में दम नही है और ये इस रोल के लिए काबिल नही है ! वहीँ कुछ ने कहा – इसे सूर्पनखा का रोल दिया जाना चाहिए. वहीँ कुछ ने कहा क्यों हमारी धार्मिक भावनाओं का अपमान करते हो सीता को जवान दिया गया था बुढिया नही.
एक यूजर ने लिखा – करीना खान जाकर सलमा का रोल करे सीता बनने के रोल के बारे में तो सोचना भी नही ! एक ने तो यहाँ तक कह दिया – ये सीता का रोल करेगी जिसको ये तक नही पता शादी किससे करनी थी ?
ट्रोल्स को करीना ने दिया जवाब
करीना ने काफी समय से इस मामले पर चुप्पी साध रखी थी लेकिन लोगो के लगातार उनके ट्रोल करने पर आखिर में वे बोल पड़ी. एक इंटरव्यू में करीना ने कहा है – मैंने सिर्फ उतना माँगा जो मैं चाहती थी ! कुछ साल पहले तक फिल्म में पुरुष और महिला कलाकारों के लिए समान वेतन मिलने की बात नही होती थी लेकिन अब कई लोग इसपर खुलकर बात करने लगे है ! मुझे लगता है कि महिलाओं को भी पुरुषो के बराबर सम्मान मिलना चाहिए !
करीना ने आगे कहा – ये फिल्म की फीस या मांग के बारे में नही है ! मुझे लगता है कि चीजे बदलनी चाहिए ! करीना की इस बात पर कई एक्ट्रेस ने उनक समर्थन भी किया है जिसमे से – पूजा हेगड़े, प्रियामणि और तपसी पन्नू शामिल है. इसके अलावा कुछ एक्ट्रेस ने इसे लिंग के आधार पर भेदभाव बताया था और कहा था – केवल महिलाओ को वेतन में वृद्धि के लिए आलोचना का सामना करना पड़ता है, जबकि पुढ़सो के साथ ऐसा कभी नही होता है .