दोस्तों अगले साल तक भारत के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हे ऐसे में भारतीय राजनीती भी धीरे धीरे गर्माती हुई नजर आ रही हे और धड़ाधड़ राजनितिक पार्टिया कोई अपने मुख्यमंत्री बदल रही हे तो कोई अपने मंत्रिमंडल में विस्तार कर रही हे चाहे वो बीजेपी हो या कांग्रेस !!
ऐसे में कांग्रेस शाषित पंजाब की राजनीती का उलटफेर तो आप सभी ने देखा ही होगा। जिसमे कांग्रेस पार्टी के वरिस्ट नेता कैप्टेन अमरिंदर सिंह को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के आपसी कलह के बीच cm पद से इस्तीफा देना पड़ा। हालाँकि उन्होंने सिद्धू के बारे में कई आपत्तिजनक ऐसी टिप्प्पणिया खुलकर कर दी जो आज तक नहीं कही थी और उन्होंने ये तक कह दिया था की सिद्धू की राजनीती के तार पाकिस्तान तक जुड़े हुए हे। ऐसे में उसके बाद नए cm के रूप में पार्टी ने दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को चुना।
जी हां दोस्तों आज हम आपको चरणजीत सिंह से जुड़ा एक ऐसा किस्सा बतायेंगे जिसमे वो एक आईएएस महिला अधिकारी को अश्लील मैसेज करते पाए गए थे और उनके जीवन से जुड़े रोचक किस्से के बारे में भी बात करेंगे। चरणजीत सिंह एक ज़माने में कैप्टेन के खास हुआ करते थे और अमरिंदर सर्कार में तकनिकी शिक्षा मंत्री भी थे लेकिन नए मुख्यमंत्री के रूप में ये कितने दिन तक टिक पाएंगे ये कोई नहीं कह सकता। लेकिन हम अगर इनके राजनितिक जीवन की बात करें तो 58 साल के चन्नी सिक्ख समुदाय से हे और 2007 में पहली बार विधायक चुने गए थे चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने विधायक पद पर रहकर लोगों के हित में अनेकों ऐसे कार्य किए, जिससे कांग्रेस पार्टी का नाम बढ़ गया था।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने इन्हें एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन-तीन बार विधायक पद के लिए चुना।उसके बाद वे लगातार चुनाव जीतते गए और 2015 -16 में पंजाब के नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हे।आपको बता दे की चन्नी ने mba किया हे और पंजाब युनिवर्सिटी से phed की पढाई भी की हे लेकिन अगर विवादों की बात करे तो ये भी दूध के धुले नहीं हे। cm चरणजीत सिंह ने 2018 में एक प्रशाशनिक महिला अधिकारी को सोशल मीडिया पर अश्लील मैसेज भेजने का आरोप लगाया था यह बात अलग है कि आईएएस महिला अधिकारी ने इस विषय में चरणजीत सिंह चन्नी के विरोध में कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी। लेकिन इस मुद्दे पर फिर से प्रकाश डालते हुए महिला आयोग विभाग ने चरणजीत सिंह चन्नी के विरोध में कदम उठाते हुए सरकार को एक नोटिस भेजा था।
इसके अलावा भी साल 2018 में चन्नी फिर से विवादों में फंसे, जब वह एक पॉलिटेक्निक संस्थान में लैक्चरर के पद के लिए दो उम्मीदवारों के बीच फैसला करने के लिए एक सिक्का उछालते हुए कैमरे में कैद हो गए थे उस समय भी अमरिंदर सर्कार पर सवाल उठे थे। लेकिन दोस्तों ऐसा लगता हे की पंजाब की राजनीती में जब तक सिद्धू हे तब तक खींचतान चलती रहेगी और इसी खीचतान के बीच कांग्रेस पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता हे
यह केवल पंजाब की बात ही नहीं हे भारत में जहा भी पूर्ण कांग्रेस पार्टी की सर्कार हे चाहे वो राजस्थान में हो या छत्तीसग़ढ में cm पद के लिए पार्टी के नेताओ के बीच मन मुटाव के बवंडर उठते रहते हे। तो दोस्तो आज के लिए बस इतना ही मिलते अगली पोस्ट में कुछ ऐसी ही रोचक जानकारी के साथ तब तक के लिए नमस्कार