चाइनीस इंपोर्ट से परेशान अब भारतीय मैन्युफैक्चरर कुछ चाइनीस बिजनेस मॉडल अपना के प्रॉफिट कमाना सीख गए हैंऔर इसी कड़ी में ऐसी EV मैन्युफैक्चरिंग कंपनी सामने आई है जो कई सालों से घाटे में चल रही थी
पर पिछले दो क्वार्टर से मुनाफे में चल रही हम बात कर रहे हैं। भारत की पुरानी ऑटोमोबाइल कंपनी में से एक काइनेटिक के बारे में जो अब टू व्हीलर की मैन्युफैक्चर से हटके इलेक्ट्रिकल व्हीकल के कॉम्पोनेन्ट सप्लाई करने के बिजनेस में उतर चुकी है। आपको बता दें कि फिलहाल भारतीय इ रिक्शा मैन्युफैक्चरर पूरी किट चाइना से मंगा कर भारत में केवल असेम्बली कर रहे थे। और लो क्वालिटी के स्पेयर पार्ट की वजह से ज्यादातर इ रिक्शा unsafe माने जाते हैं। कुछ गिने-चुने थ्री व्हीलर मैन्युफैक्चर हैं जो भारत में मैन्यूफैक्चरिंग ना होने की वजह से मजबूरन चीन से इलेक्ट्रिकल के पार्ट इम्पोर्ट कर रहे थे पर भारत में बढ़ रही मैन्युफैक्चरिंग की वजह से ये 3 व्हीलर मैन्युफैक्चरर भारतीय वनडे से पूरी किट सोर्स कर रहे हैं।
kinatic भी अब थ्री व्हीलर में लगने वाले इलेक्ट्रिक किट की सप्लायर बन चुकी है और चाइनीस किट सप्लायर को एक कड़ी टक्कर दे रही है। इलेक्ट्रिक पावरट्रेन में लगने वाली axlel ऑर्डर गियर बॉक्स काइनेटिक इनहॉउस खुद manufacture कर रही है और इस किट में आने वाली मोटर कंट्रोलर जो बेसिक manufacture से सोर्स की जा रही है। भारत में हर साल लगभग 20000 थ्री व्हीलर की डिमांड होती है और इसका ज्यादातर हिस्सा अभी तक चाइना से इंपोर्ट किया जा रहा है। पर ev मैन्युफैक्चरिंगमें इंसेंटिव मिलने की वजह से चाइनीस शेयर भी अब धीरे-धीरे कम होता देखा जा सकता है।
काइनेटिक थ्री व्हीलर किट के बिजनेस की वजह से लगभग 40 करोड रुपए का बिजनेस एक्सपेक्ट कर रही है और जल्द ही टू व्हीलर ड्राइविंग कीट की सप्लाई की बिज़नेस में भी कूदने वाली है। 100% मेड इन इंडिया किट का दावा करने वाली काइनेटिक्स कहीं ना कहीं अभी गलत है क्योंकि मोटर में लगने वाली मैग्नेट और कंट्रोल में लगने वाली पीसीबी के कॉम्पोनेन्ट फ़िलहाल चीन से इंपोर्ट किए जा रहे हैं। हालाँकि इलेक्ट्रॉनिक की बढ़ती मैन्युफैक्चरिंग की वजह से आने वाले सालों में 100% लोकलाइजेशन देखा जा सकेगा। बात रही रेयरेस्ट मैग्नेट की तो भारत समेत कई देशों के मनुफेक्टर्स बिना मैग्नेट वाली मोटर्स पहले से डेवलप कर चुके हैं।
काइनेटिक मोटर्स को पूरी उम्मीद है कि EV कॉम्पोनेन्ट मैन्युफैक्चरिंग में दी जाने वाली पी एलआई की वजह से लोकेशन को इस हद तक तक बढ़ाया जा सकेगा कि चाइना पर डिपेंडेंसी पूरी तरीके से खत्म हो जाएगी। वैसे आपको बता दें कि एक टाइम पर आईकॉनिक ब्रांड माने जाने वाली काइनेटिक लूना अब फिर से इलेक्ट्रिक अवतार में लॉन्च होने के लिए तैयार है।
=80 km की रेंज के साथ आने वाली काइनेटिक लूना इस साल के अंत तक लांच कर दी जाएगी और कंपनि ऑफिसियल का दावा है कि इस मोपेड में 90% से ज्यादा भारतीय पार्ट्स और कॉम्पोनेन्ट का इस्तेमाल किया गया है। दोस्तों केसी लगी हमारी आज की ये जानकारी अगर पसंद आय हो तो लिखे जरूर कीजियेगा धन्यवाद .