दोस्तों CM योगी ने अबतक एक से बढकर कदम उठाये है और अब उन्होंने बेटियों की पढाई से जुड़ा निर्देश दिया है जिसे पढकर आप भी खुश हो जाओगे. दरअसल उन्होंने लडकियों की शिक्षा को बढ़ावा दिया है और इसके लिए निजी स्कूल में बेटियों की फीस में छूट देने की बात कही है.
उन्होंने कहा है अगर एक स्कूल में बहने साथ पढ़ती है तो उनमे से एक की फीस माफ़ कर दी जाएगी.लडकियों के लिए योगी ने उठाया बड़ा कदम कहा – बहने साथ पढ़ रही ही है तो एक की फीस भरेगी सरकार CM योगी ने कहा है निजी क्षेत्र के किसी संस्थान में अगर 2 या उससे अधिक बहने पढ़ रही हो तो संस्थान से एक की फीस माफ़ करने का आग्रह किया जायेगा.
यदि ऐसे में स्कूल फीस माफ़ नही करती तो सरकार उसकी ट्यूशन फीस देने की व्यवस्था करेगी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बीते कल CM योगी ने राज्यपाल आनंदीबेन के साथ मिलकर लोकभवन में बटन दबाकर 1,51,215 लडकियों के खातो में पैसे भेजे है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा है – सरकारी स्कुलो में लडकियों के लिए स्नातक तक की शिक्षा मुफ्त है इसलिए उनके शिक्षा प्रोत्साहन के लिए निजी क्षेत्र के स्कुलो में भी उन्हें सुविधा मिलनी चहिये. योगी जी ने कहा है सभी छात्रों को छात्रवृत्ति एवं शुल्क भरपाई के लिए अफसर मिशन मोड़ में काम करना चाहिए और एक भी विधार्थी इस सुविधा से वंचित नही रहना चाहिए.
गांधी जयंती पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को याद उन्होंने कहा कि आज से 100 साल पहले भारत के विकास के लिए स्वच्छता पर ख़ास ध्यान दिया गया था. आज गाँधी जी का बरसों पुराना सपना सच हो रहा है. साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी PM बने थे तो उस समय स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया गया था.
आजादी के तुंरत बाद अगर इस मिशन को शुरू किया होता तो न जाने कितनी जाने बच जाती. आज UP में इंसेफ्लाईटिस के केसों में 99 % की कमी है. पहले 38 जिलो में हर साल 1500 से 2000 मासूमो की जान चली जाती थी. गाँधी जी के स्वदेशी अपनाने पर योगी जी बोले उन्होंने स्वदेशी को अंग्रेजो के खिलाफ हथियार बनाया था.
आगे उन्होंने कहा PM मोदी ने कोरोना काल के दौरान आत्मनिर्भर भारत का मन्तर दिया. इसी का नतीजा है कि UP में प्रवासी श्रमिको को अब अपने ही जिले में काम करने को मिला है. ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना शुरू की है. गाँधी जयंती पर गाँधी जी को याद करते हुए योगी जी कहा गाँधी जी अहिंसा के पुजारी थे और उन्होंने दुश्मनों को मुह तोड़ जवाब दिया था.